टीबी चैम्पियन विनोद कुमार ने साजा ब्लॉक में खोज निकाले टीबी के 6 संभावित मरीज

बेमेतरा: क्षय रोग (टीबी) को मात दे चुके मरीज अब टीबी चैंपियन बनकर लोगों को जागरूक करने में स्वास्थ्य विभाग की मदद कर रहे हैं| यह चैंपियंस स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर हाई रिस्क एरिया में जाकर संभावित मरीजों को खोज रहे हैं।
टीबी चैम्पियन बने विनोद कुमार लोगों को समझा रहे हैं कि टीबी लाइलाज नहीं है। टीबी की दवाई खाकर पूर्ण रुप से स्वस्थ्य जीवन व्यतीत किया जा सकता है।
विनोद कुमार श्रमिक इलाकों में जाकर लोगों को टीबी के प्रति जागरुक कर रहे हैं। टीबी के लक्ष्णों के आधार पर टीबी से ग्रसित संभावित मरीजों को इलाज कराने और नियमित दवाई सेवन कर अपने अनुभव लोगों को बता रहे हैं। विनोद को सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार आने और कमजोरी लगने पर पता लगा कि उन्हे टी बी है| उन्हे 6 महीने की टीबी दवाई दे गई और नियमित दवा लेने से वह पूरी तरह स्वस्थ्य हो गए।
टीबी चैम्पियन विनोद कुमार आज टीबी एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे के तहत टीबी के 6 संभावित मरीजों को खोज निकालने में स्वास्थ्य विभाग की टीम की मदद की|
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 21 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के साजा ब्लॉक में “टीबी हारेगा देश जितेगा’’ अभियान के तहत नगर पंचायत साजा के मलिन बस्तियों, झुग्गी झोपड़ी एवं धान संग्रहण केन्द्र बेलतरा में 115 व्यक्तियों की जांच की जिसमें से संभावित 06 लोगों के सेम्पल को सीबीनाट लैब बेमेतरा जांच के लिए भेजा गया।
टीबी एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे के लिए टीम द्वारा धान संग्रहण केन्द्र, मलिन बस्ती, क्रेशर खदान, ईंट भट्ठी, मुर्गी फार्म, सघन बस्ती में घर-घर जाकर के संभावित टीबी मरीजों की निशुल्क जांच एवं इलाज कार्य किया जा रहा है। साजा ब्लॉक में जिला कार्यक्रम समन्वयक टीबी कार्यक्रम सुश्री संपति बंजारे, एसटीएलएस अजीत जांगड़े, सेक्टर साजा से खिलानंद साहू (आरएचओ), मितानिन रतना बाई, और संगीता यादव शामिल रहीं।
छत्तीसगढ राज्य ने वर्ष 2023 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। खण्ड चिकित्सा अधिकारी साजा डॉ. ए.के. वर्मा के निर्देशानुसार टीम गठित कर ब्लॉक में हाई रिस्क एरिया का सर्वे कार्य किया जा रहा है। सर्वे के लिए साजा ब्लॉक का नोडल अधिकारी वरिष्ट उपचार पर्यवेक्षक पूरन दास आनंद को नियुक्त किया गया है जिसकी मॉनिटरिंग में ’’टीबी हारेगा देश जितेगा’’ सघन सर्वे का कार्य किया जा रहा है।
इसी तरह जिले के बेरला ब्लॉक में आज क्रेशर प्लांट कोदवा, खदान मोहभट्टा, सेक्टर देवरबीजा में 54 श्रमिकों का टीबी स्क्रीनिंग में 3 संभावित मिले। संभावित 3 लोगों की सैंपल लेकर सीबी नॉट लैब में जांच के लिए भेजा गया है। ब्लॉक स्तरीय टीबी खोज टीम के साथ डीपीसी संपत्ति बंजारे, एसटीएस दिनेश कुमार, एसटीएलएस अजीत जांगड़े, सेक्टर सुपरवाइजर खिलावन पटेल, आरएचओ श्रीमति देवकी सिंह, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के स्टाफ को ड्यूटी में लगाया गया है।
जिले में टीबी रोगी की खोज के लिए जांच कर शत-प्रतिशत नोटिफिकेशन की जाएगी। अभियान के दौरान जांच में टीबी के लक्षण मिलने पर बलगम के साथ-साथ कोरोना की भी जांच कर सावधानियां बरती जा रही है। अभियान के तहत लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान में टीबी के साथ एड्स के रोगियों की भी पहचान की जा रही है। जिले की शहरी मलिन बस्तियों में घर-घर जाकर, खदान, औद्योगिक इकाइयों के श्रमिकों के लिए टीबी खोज अभियान का कार्ययोजना तैयार की गई है। शहरी मलीन बस्ती में प्रतिदिन 20 से 25 घरों में सर्वेक्षण कार्य प्रशिक्षत खोजी दलों द्वारा किया जाना है।